मस्ती भरे प्यार भरे उमंग भरे यह बचपन के दिन। मस्ती भरे प्यार भरे उमंग भरे यह बचपन के दिन।
पर संदीप उसे यूँ थामे था जैसे किसी अज़ीज़ को दूर जाने से रोक सदा अपने ह्रदय में समा ले पर संदीप उसे यूँ थामे था जैसे किसी अज़ीज़ को दूर जाने से रोक सदा अपने ह्रदय में ...
भला, बचपन जीने का अवसर कहाँ फ़िर से मिला करता है। भला, बचपन जीने का अवसर कहाँ फ़िर से मिला करता है।
रेत के घरौंदे, बिखरे नहीं ,खड़े हैं , रास्ता निहारते, गिल्ली, डंडा वही पड़े हैं, गुड रेत के घरौंदे, बिखरे नहीं ,खड़े हैं , रास्ता निहारते, गिल्ली, डंडा वही पड़े हैं...
वो छोटी सी दुनिया था निश्चल सा मन, नहीं कोई भय था वहां था अमन, साथी दिखाऊं तुमको आओ वो छोटी सी दुनिया था निश्चल सा मन, नहीं कोई भय था वहां था अमन, साथी ...
मां ने दी बचपन में एक छोटी छतरी थी वो रंग बिरंगी. मां ने दी बचपन में एक छोटी छतरी थी वो रंग बिरंगी.